
मेट्रो इन दिनों फ्लॉप? सितारे ज़मीन पर का दबदबा कायम! पहले दिन की कमाई का विश्लेषण!
बॉक्स ऑफिस पर फिल्मों का घमासान!
नमस्कार दोस्तों, शनिवार आ गया है और फिल्मों के प्रदर्शन का पहला दिन, शुक्रवार, का परिणाम सामने है। इस हफ्ते की रिलीज, मेट्रो इन दिनों, बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप होने की राह पर है। पहले दिन का कलेक्शन मात्र 3.5 करोड़ रुपये रहा।
इस फिल्म की तुलना में, आमिर खान की सितारे ज़मीन पर अपने 16वें दिन भी 2 करोड़ 38 लाख रुपये की कमाई करने में सफल रही है। यह दर्शाता है कि दर्शकों को अभी भी इस फिल्म में दिलचस्पी है।
मेट्रो इन दिनों: निराशाजनक शुरुआत
मेट्रो इन दिनों की कमाई उतनी नहीं है जितनी उम्मीद थी, खासकर तब जब कोई बड़ी फिल्म प्रतिस्पर्धा में नहीं है। यह फिल्म उसी रास्ते पर चलती दिख रही है जिस पर पहले आई फिल्में चली थीं, और इसलिए परिणाम भी लगभग वैसे ही आ रहे हैं।
मां: क्रिटिक्स की पसंद, दर्शकों की नापसंद?
मां फिल्म को रिलीज से पहले कई क्रिटिक्स ने खूब सराहा, लेकिन दर्शकों ने इसे नकार दिया। फिल्म ने आठवें दिन 1 करोड़ रुपये कमाए और कुल 27 करोड़ 50 लाख रुपये का कलेक्शन किया। यह फिल्म भी फ्लॉप होने की तरफ बढ़ रही है। क्या क्रिटिक्स जनता को बेवकूफ समझते हैं? क्या वे सिर्फ प्रोड्यूसर से पैसे लेकर रेटिंग देते हैं?
हाउसफुल 5: आलोचनाओं के बावजूद सफल
हाउसफुल 5 को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा, लेकिन फिर भी इसने भारत में 183 करोड़ रुपये और दुनिया भर में 290 करोड़ रुपये की कमाई की। इस तरह फिल्म ने अपना बजट बॉक्स ऑफिस पर निकाल लिया।
ओटीटी का प्रभाव
हिंदी फिल्म निर्माताओं की एक बड़ी समस्या यह है कि फिल्में सिनेमाघरों में दो महीने चलने के बाद ही ओटीटी प्लेटफॉर्म पर आती हैं। इससे सिनेमाघर मालिकों को फायदा होता है, लेकिन फिल्म निर्माताओं को कम। आमिर खान ने कहा है कि वे सितारे ज़मीन पर को यूट्यूब पर रिलीज करेंगे, लेकिन यह देखना होगा कि वे अपने वादे पर कायम रहते हैं या नहीं।
दर्शकों की पसंद
सितारे ज़मीन पर मल्टीप्लेक्स और शहरी इलाकों में अच्छा प्रदर्शन कर रही है। यह फिल्म शहरी दर्शकों को ज्यादा पसंद आ रही है।
अच्छा सिनेमा क्या है?
अच्छा सिनेमा वह नहीं है जिसे क्रिटिक्स चार-चार स्टार देते हैं या जिसके लिए फर्जी रिव्यू खरीदे जाते हैं। अच्छा सिनेमा वह है जो दर्शकों को कनेक्ट करता है, बांधता है, एंटरटेन करता है या एजुकेट करता है।
आप फिल्म कैसे चुनते हैं?
आप फिल्म देखने का फैसला कैसे करते हैं? क्या आप क्रिटिक्स की बातों पर भरोसा करते हैं? मुझे कमेंट करके जरूर बताएं।
नमस्कार!